कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आए,
और कुछ मेरी मिट्टी में बग़ावत भी बहुत थी।
Latest SMS | Text Messages : Mausam Shayari
बीत गया बारिश का मौसम…
बादलों ने बहुत बारिश बरसाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई,
सर्द रातों में उठ -उठ कर,
हमने तुझे आवाज़ लगाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई,
भीगी -भीगी हवाओ में,
तेरी ख़ुशबू है समाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई,
बीत गया बारिश का मौसम
बस रह गयी तनहाई,
तेरी याद आई पर तू ना आई।
हवा भी सर्द थी…
कुछ तो हवा भी सर्द थी
कुछ था तेरा ख़याल भी,
दिल को ख़ुशी के साथ साथ
होता रहा मलाल भी।
सतरंगी अरमानों वाले सपने दिल में पलते हैं
सतरंगी अरमानों वाले,
सपने दिल में पलते हैं,
आशा और निराशा की,
धुन में रोज मचलते हैं,
बरस-बरस के सावन सोंचे,
प्यास मिटाई दुनिया की,
वो क्या जाने दीवाने तो
सावन में ही जलते है।
तपिश और बढ़ गई…
तपिश और बढ़ गई इन चंद बूंदों के बाद,
काले स्याह बादल ने भी बस यूँ ही बहलाया मुझे।
दिल की बाते कौन जाने…
दिल की बाते कौन जाने,
मेरे हालात को कौन जाने,
बस बारिश का मौसम है,
पर दिल की ख्वाहिश कौन जाने,
मेरी प्यास का एहसास कौन जाने ?
मौसम यूँ रो पड़ेगा…
हमें क्या पता था,
ये मौसम यूँ रो पड़ेगा;
हमने तो आसमां को बस
अपनी दास्ताँ सुनाई है ।